Devilat, B ORCID: https://orcid.org/0000-0002-2679-9629, Lanuza, F ORCID: https://orcid.org/0000-0002-6360-6865, Kanji, R ORCID: https://orcid.org/0000-0002-2712-2505, Desai, J ORCID: https://orcid.org/0000-0002-0909-8759, Mane, M ORCID: https://orcid.org/0000-0002-3169-7010, Pithawalla, Z ORCID: https://orcid.org/0000-0002-0024-2793, Singh, A ORCID: https://orcid.org/0000-0002-3873-7935 and Acharya, M, 2023. उन्नत रिकॉर्डिंग तकनीकों का उपयोग करके गुजरात की ऐतिहासिक बस्तियों में भूकंप मूल्यांकन, पुनर्निर्माण और भवनों के जोखिम न्यूनीकरण के लिए एक रूपरेखा. Nottingham Trent University.
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2023.03.16_3D4HI_Policy Brief-NTU-GIDM-CHC-HF_HINDI_FORMAT_FINAL_c.pdf - Published version Download (2MB) | Preview |
Abstract
यह दस्तावेज़ एक ऐसी रूपरेखा प्रस्तुत करता है, जो भूकंप की स्थिति में नुकसानों के त्वरित आकलन, प्रभावी प्रतिक्रियाओं और संरचनाओं के मौजूदा ढाँचे का पुनःउपयोग करने की संभावनाओं को बढ़ाते हुए स्थानीय समुदायों में उसका सामना करने की सुसज्जता और प्रतिकारक्षमता में वृद्धि कर एक चिरस्थायी (Sustainable) पुन:निर्माण और पुन:प्राप्ति की तरफ़ ले जा सके । यह गुजरात के कच्छ ज़िले के बेला गाँव में अत्याधुनिक रेकोर्डिंग टेकनोलोजी का उपयोग कर की गई प्रायोगिक परियोजना द्वारा प्राप्त अनुभवों को प्रस्तुत करता है । गाँव के ऐतिहासिक विस्तार के निर्मित पर्यावरण को LiDAR से जानी जाती 3D लेज़र स्केंनिंग तकनीक द्वारा ५ दिनो में स्केन किया गया । इसके परिणाम स्वरूप निर्मित पर्यावरण का 3D पॉइंट क्लाउड में परिवर्तित सटिक और विस्तृत डिजिटल डेटा मिला, जिसे मिलीमीटर की सुनिश्चितता के साथ मापा जा सकता है । बेला गाँव के डिजिटल मॉडल को ओर भी माहितिसभर बनाने के लिए इस डिजिटल डेटा के साथ फोटोग्राफी, एरियल ड्रोन फोटोग्राफी, इतिहास संबंधी पूछताछ और वहाँ के समुदाय के लोगों के साथ मुलाकात द्वारा सामाजिक जुड़ाव जैसे तरीकों को भी सम्मिलित किया गया । बेला गाँव में लागू की गई यह कार्यप्रणाली धरोहर नगरों और गाँवों के डिजिटल दस्तावेजीकरण को संभव बनाती है, और कम समय में भवनों की ढाँचागत स्थिति के मूल्यांकन और उनमें भूकंपीय जोखिम आकलन के लिए एक ठोस आधार प्रदान करती है । यह रूपरेखा का गठन शैक्षणिक संस्था, सरकारी और सामाजिक संस्थानों के बीच रणनीतिक साझेदारी द्वारा खतरे में पडी निर्मित धरोहर के लिए संरक्षक कदमों को सूचित करने के लिए किया गया है । इसमें स्थानीय क्षमता को जुटाने के साथ ऐसे आयोजन करना शामिल है, जो दूसरे समान भूकंप आशंकित धरोहर नगरों और गाँवों में सुसंगत रूप से लागु किए जा सकने और इसके लिए अपने स्वरूप में ज़रुरत अनुसार फेर-बदल कर सकने की संभावना रखता हो। यह दस्तावेज़ नेशनल डिज़ास्टर मेनेजमेन्ट (DRM) और हेरिटेज मेनेजमेन्ट संबंधित मौजूदा कानून और नीतियों की मुख्य चुनौतियों की पहचान करता है । साथ ही वह उनमें ऐसे सुझावों की सिफ़ारिश करता है, जो प्रस्तावित रूपरेखा के संभवित अमलीकरण को सूचित करने के लिए भी सुसंगत हो ।
Item Type: | Research report for external body |
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Alternative Title: | A framework for earthquake assessment, re-construction and risk mitigation of buildings in historical settlements of Gujarat using advanced recording technologies [Hindi] |
Creators: | Devilat, B., Lanuza, F., Kanji, R., Desai, J., Mane, M., Pithawalla, Z., Singh, A. and Acharya, M. |
Contributors: | Name Role NTU ID ORCID Choudhari, T. Surveyor UNSPECIFIED UNSPECIFIED Dave, P. Translator UNSPECIFIED UNSPECIFIED |
Publisher: | Nottingham Trent University |
Date: | 2023 |
Identifiers: | Number Type 10.17631/rd-2023-0004-dfram DOI 1748805 Other |
Divisions: | Schools > School of Architecture, Design and the Built Environment |
Record created by: | Richard Cross |
Date Added: | 16 Mar 2023 15:30 |
Last Modified: | 04 Apr 2023 10:29 |
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URI: | https://irep.ntu.ac.uk/id/eprint/48520 |
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